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Showing posts from November, 2021

Bhishma Pitamah Death Bed Conversation with Lord Krishna

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 *भीष्म चुप रहे , कुछ क्षण बाद बोले," पुत्र युधिष्ठिर का राज्याभिषेक करा चुके केशव ... ?* *उनका ध्यान रखना , परिवार के बुजुर्गों से रिक्त हो चुके राजप्रासाद में उन्हें अब सबसे अधिक तुम्हारी ही आवश्यकता है" .... !* *कृष्ण चुप रहे .... !* *भीष्म ने पुनः कहा ,  "कुछ पूछूँ केशव .... ?* *बड़े अच्छे समय से आये हो .... !* *सम्भवतः धरा छोड़ने के पूर्व मेरे अनेक भ्रम समाप्त हो जाँय " .... !!* *कृष्ण बोले - कहिये न पितामह ....!* *एक बात बताओ प्रभु !  तुम तो ईश्वर हो न .... ?* *कृष्ण ने बीच में ही टोका ,  "नहीं पितामह ! मैं ईश्वर नहीं ...  मैं तो आपका पौत्र हूँ पितामह ... ईश्वर नहीं ...."* *भीष्म उस घोर पीड़ा में भी ठठा के हँस पड़े .... !  बोले , " अपने जीवन का स्वयं कभी आकलन नहीं कर पाया कृष्ण , सो नहीं जानता कि अच्छा रहा या बुरा , पर अब तो इस धरा से जा रहा हूँ कन्हैया , अब तो ठगना छोड़ दे रे .... !! "* *कृष्ण जाने क्यों भीष्म के पास सरक आये और उनका हाथ पकड़ कर बोले ....  " कहिये पितामह .... !"* *भीष्म बोले , "एक बात बताओ कन्हैया !  इस युद्ध में ज

The Reality of Farmer's Agitation

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 *आज तक में चुप बैठा था क्योंकि किसान आंदोलन के पीछे की इस सच्चाई को बताता तो भी कौन मान सकता था...मेरे अपने ही कई मित्र साथी नहीं मानने को तैयार थे, लेकिन आज सुबह से फोन कर रह हैं भाई आप सही कह रहे थे, खैर समय आ गया है आप भी जानिए...* 1. कई साल से हम लोग इंपोर्टेड दाल Lentil Daal खा रहे थे। आज से करीब 2 साल पहले मोदी ने इस पर रोक लगानी शुरू कर दी, और अब इसे पूरी तरह से बंद करवा दिया।  *कृषि बिल तो बहाना था*,  असली किस्सा कुछ यूं है। *2005 में मौनी बाबा मनमोहन सिंह ने दाल पर दी जा रही सब्सिडी को खत्म कर दिया और कुछ समय बाद ही खांग्रेस सरकार ने नीदरलैंड ऑस्ट्रेलिया और कनाडा से समझौता कर दाल आयात करना शुरू कर दिया। कनाडा ने अपने यहां लेंटील दाल के बड़े-बड़े फार्म स्थापित किए जिसकी जिम्मेदारी वहां रह रहे पंजाबी सिखों के हवाले कर दी गई।* और देखते ही देखते कनाडा से भारत में बड़े पैमाने पर दाल आयात होने लगा।  इन बड़े *आयातकों में अमरिंदर सिंह, और कमलनाथ जैसे कांग्रेसी भी थे। बादल भी, क्योंकि इनका राष्ट्र धर्म सिर्फ पैसा है, जैसे ही मोदी ने आयात पर रोक लगाई इनका खेल शुरू हुआ। इनके कनाडा के फा

Modi, CAA and Farmers Protests

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शक्की होना उतनी बुरी बात नहीं है और न ही आक्रामक होना बुरी बात है. लेकिन, इन दोनों का कॉम्बिनेशन बेहद खतरनाक होता है...!मतलब कि कोई शक्की भी हो और आक्रामक भी हो. इस संबंध में एक कहानी बताना चाहूँगा...! एक घर में एक बेहद ही छोटा परिवार रहता था... मतलब कि सिर्फ पति , पत्नी और एक 5-6 साल का बच्चा. पति एक सामान्य पुरुष जैसा ही था जबकि पत्नी बेहद शक्की और आक्रामक स्वभाव की थी. और, उसे हमेशा ऐसा लगता रहता था कि उसके पति का किसी से कोई अफेयर चल रहा है जबकि हकीकतन ऐसा कुछ भी नहीं था और पति बेहद शालीन व्यक्ति था. खैर, एक दिन पति ऑफिस गया हुआ था और पत्नी मार्केट. मार्केट से पत्नी लगभग 2-3 बजे लौट आई और घर का लॉक खोल कर जैसे ही घर के अंदर गई तो उसे शू केस के पास किसी महिला के सैंडिल दिखाई दिए. सैंडिल देखते ही उसके मन में शक का कीड़ा कुलबुलाने लगा.और, चुपके से पूरे घर में उस सैंडिल वाली महिला को खोजने लगी.खोजते-खोजते जब वो महिला बैडरूम में गई तो... वहाँ उसे दो लोग सोए हुए दिखाई दिए. चूंकि, वे दोनों कंबल ओढ़ के सो रहे थे इसीलिए ये उनका मुँह या शरीर तो नहीं देख पाई लेकिन.... कंबल के नीचे से उसे दो जोड़

WHY KHALISTAN MOVEMENT WAS STARTED IN PUNJAB.

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As stated by one of my Professor, Who was a member of Dr. Swaminathan's Team Before the coming of Green Revolution India was dependent on import of food grains to feed its citizens. Before the coming of Green Revolution India was dependent on import of food grains to feed its citizens. These imports particularly use to be from US. This was a big blackmailing factor in US hands which that time was friendlier with Pakistan. This dependence on West for food grains was a big hurdle for India to excercise it's foreign policy independently. The then PM discussed the matter with a group of Indian  scientists, Dr. Swaminathan(Father of Green Revolution) being one of them. Dr. Swaminathan & his team were entrusted with the job to research & by any means increase the food grain production. Dr. Swaminathan started his research from Punjab, which at that time was the foremost producer of wheat. The scientists found out that there was nothing wrong with the seed & soil but the s